गाज़ा/राफ़ा – गाज़ा पट्टी के राफ़ा इलाके में मंगलवार देर रात हुए इज़रायली सैन्य हमले में कम से कम 17 फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई और 30 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। यह हमला उस समय हुआ जब लोग एक राहत वितरण केंद्र के पास कतार में खड़े थे।
स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने जानकारी दी है कि यह हमला एक बार फिर आम नागरिकों को निशाना बनाकर किया गया, जिससे वहां भारी दहशत का माहौल है। चश्मदीदों के अनुसार, यह क्षेत्र हाल ही में एक अस्थायी “ह्यूमैनिटेरियन कॉरिडोर” घोषित किया गया था, लेकिन हमले ने राहत और शांति की सभी उम्मीदों को चकनाचूर कर दिया।
बैकग्राउंड
इज़रायल और हमास के बीच जारी संघर्ष को लगभग 8 महीने हो चुके हैं। राफ़ा क्षेत्र को गाज़ा का अंतिम शरणस्थल माना जा रहा था, जहां हजारों विस्थापित फिलिस्तीनी रह रहे हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
- संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इस हमले की “कड़ी निंदा” की और तत्काल युद्धविराम की मांग दोहराई।
- इज़रायली सेना ने दावा किया है कि वह केवल “आतंकवादी ठिकानों” को निशाना बना रही है, लेकिन नागरिकों की मौत को “दुर्भाग्यपूर्ण साइड इफेक्ट” बताया गया है।
मानवाधिकार संगठनों की अपील
इंटरनेशनल रेड क्रॉस और डॉक्टर विदाउट बॉर्डर्स (MSF) ने कहा है कि राफ़ा में “ह्यूमैनिटेरियन डिजास्टर” की स्थिति बन चुकी है और तत्काल सहायता पहुंचाना अब भीषण चुनौती बन गया है।
महत्वपूर्ण तथ्य एक नजर में
घटना: राफ़ा में इज़रायली गोलीबारी
मृतक: 17 नागरिक
घायल: 30+
स्थान: राहत केंद्र के पास
वैश्विक प्रतिक्रिया: संयुक्त राष्ट्र, WHO, MSF ने चिंता जताई
“शांति की तलाश में तबाही की कहानी दोहराई जा रही है। राफ़ा अब केवल एक शहर नहीं, बल्कि इंसानियत की अग्निपरीक्षा बन चुका है।”