राजा–सोनम रघुवंशी हनीमून मर्डर केस: शादी से 12 दिन बाद पति की हत्या, पत्नी पर गंभीर आरोप!
इंदौर के नवविवाहित जोड़े का हनीमून मौत का कारण बन जाएगा, किसी ने सोचा नहीं था। एक खुशहाल शादी का अंत रहस्यमयी मौत और हत्या के आरोपों में तब्दील हो गया। जानिए इस हाई-प्रोफाइल केस की पूरी कहानी।
शादी से हनीमून तक की कहानी
राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी की शादी 11 मई 2025 को इंदौर (मध्य प्रदेश) में हुई थी। दोनों का रिश्ता शुरू से ही प्रेम पर आधारित बताया जा रहा था। शादी के कुछ दिन बाद ही दोनों 20 मई को मेघालय घूमने के लिए रवाना हुए। ये ट्रिप उनके हनीमून का हिस्सा था और उन्होंने सोशल मीडिया पर भी कुछ तस्वीरें साझा की थीं।
23 मई को अचानक गायब
23 मई को दंपती नोंग्रियाट के जंगलों में ट्रैकिंग के लिए गए थे। इसी दिन से दोनों लापता हो गए। स्थानीय गाइड और पुलिस के अनुसार, दंपती आखिरी बार दोपहर करीब 1 बजे वैई सावडोंग फॉल्स के पास देखा गया। इसके बाद दोनों के मोबाइल फोन बंद हो गए।
राजा की लाश, सोनम लापता
लगभग 10 दिनों की तलाश के बाद 2 जून को राजा रघुवंशी की लाश एक गहरी खाई से बरामद हुई। शव की हालत बेहद खराब थी और पोस्टमॉर्टम में उसकी मौत को ‘संदिग्ध और जबरन गिराए जाने’ का मामला माना गया।
इस दौरान सोनम का कोई पता नहीं चल पाया था। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, डॉग स्क्वॉड और ड्रोन की मदद से भी उसे खोजा गया, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।
9 जून को सोनम मिली, केस में बड़ा मोड़
9 जून को एक बड़ा मोड़ आया, जब सोनम उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में एक ढाबे पर रोती हुई मिली। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और उसे सुरक्षा में लिया गया।
इसके बाद मेघालय पुलिस ने बयान दर्ज किया और सोनम को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई।
हत्या की साजिश का आरोप – पुलिस का दावा
पुलिस के अनुसार, पूछताछ में खुलासा हुआ कि सोनम ने अपने प्रेमी और तीन अन्य लोगों के साथ मिलकर राजा की हत्या की साजिश रची थी।
उनके अनुसार:
सोनम का एक युवक से प्रेम संबंध था।
उसने राजा से छुटकारा पाने के लिए तीन लोगों को सुपारी दी।
ट्रैकिंग के दौरान मौका देखकर राजा को खाई में धक्का दिया गया।
अब तक पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें सोनम के कथित प्रेमी और दो अन्य शामिल हैं।
परिवार का दावा – सोनम निर्दोष है, साजिश हो रही है
सोनम के परिवार और रिश्तेदारों ने पुलिस के आरोपों को झूठा बताते हुए कहा है कि सोनम मानसिक रूप से बेहद डर गई थी और लापता होने के बाद अकेले भटकती रही।
उनका कहना है कि:
पुलिस जल्दबाज़ी में सोनम को फंसा रही है।
असली हत्यारों को बचाया जा रहा है।
मामले की सीबीआई जांच कराई जाए ताकि निष्पक्षता बनी रहे।
अब तक की जांच – क्या-क्या पता चला?
पहलू विवरण
शव बरामद 2 जून, खाई में से मिला
मोबाइल बंद 23 मई, दोपहर बाद
सोनम की बरामदगी 9 जून, गाजीपुर में ढाबे से
गिरफ्तारियां अब तक चार लोग
जांच एजेंसियाँ मेघालय पुलिस, NDRF, SDRF, SIT
परिजनों की मांग सीबीआई जांच
निष्कर्ष: क्या है सच्चाई?
राजा–सोनम केस में हर दिन एक नया मोड़ सामने आ रहा है। सवाल यह है कि क्या सोनम सचमुच दोषी है, या वह भी एक बड़ी साजिश की शिकार है?
इस केस की सच्चाई आने वाले दिनों में कोर्ट, जांच एजेंसियों और जनता की नज़र में पूरी तरह उजागर हो पाएगी। फिलहाल ये मामला देशभर की सुर्खियों में बना हुआ है।