🗓 तारीख: 30 जून 2025
📍 स्थान: ग्रीन पार्क स्टेडियम, कानपुर
✍️ रिपोर्टर: स्टोसिटी टीम
क्या हुआ था?कानपुर में हुए एक क्रिकेट मैच के दौरान BJP एमएलसी अरुण पाठक और महिला IPS अधिकारी ADCP अंजली विश्वकर्मा के बीच गरमागरम बहस हो गई। मामला उस समय बिगड़ा जब अरुण पाठक अपने हथियारबंद सुरक्षा गार्ड्स के साथ स्टेडियम में प्रवेश करना चाह रहे थे।हालांकि, स्टेडियम में सुरक्षा कारणों से हथियार ले जाना मना है, जिसे लेकर IPS अधिकारी ने उन्हें रोका। यहीं से विवाद ने तूल पकड़ लिया।
विवाद का वीडियो हुआ वायरलघटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि अरुण पाठक गार्ड्स की एंट्री रोकने पर भड़क गए और पुलिस से ID मांगने लगे।IPS अंजली विश्वकर्मा ने संयम रखते हुए जवाब दिया –“मैं इन्हें पहले भी संभाल चुकी हूं।”इस पर पाठक ने पलट कर पूछा –“क्या डील थी तब? कैसे हैंडल किया था?”यह संवाद इंटरनेट पर जमकर वायरल हो गया है।
कौन हैं अंजली विश्वकर्मा?
IIT कानपुर की पूर्व छात्रा
UPSC में चयनित होकर IPS बनीं
वर्तमान में एडीसीपी, कानपुर के पद पर तैनात
महिला सुरक्षा और कानून व्यवस्था को लेकर काफी सक्रिय
सोशल मीडिया पर लोग इन्हें ‘लेडी सिंघम’ कहने लगे हैं
जनता की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर जनता दो भागों में बंटी नजर आ रही है।
➡ कुछ लोग कह रहे हैं कि IPS अधिकारी ने कानून का पालन किया और नेता को नियमों की याद दिलाई।
➡ वहीं, कुछ समर्थक अरुण पाठक की बात को सही ठहरा रहे हैं, यह कहते हुए कि “जनप्रतिनिधि को सम्मान मिलना चाहिए।”
निष्कर्ष
यह घटना सिर्फ एक बहस नहीं थी, बल्कि यह दिखाता है कि भारत में लोकतंत्र, पुलिस व्यवस्था और राजनेताओं के बीच संबंध कैसे बदल रहे हैं।
जब एक महिला अधिकारी पूरी ईमानदारी से नियमों का पालन कर रही हो और एक जनप्रतिनिधि उससे भिड़ जाए—तो सवाल उठता है:
क्या कानून सबके लिए बराबर है?
📌 आपका क्या मानना है?
क्या IPS अधिकारी ने सही किया?
या फिर नेताओं को कुछ छूट मिलनी चाहिए?
💬 नीचे कमेंट करके अपनी राय ज़रूर दें।