घटना की तिथि, समय और वर्ष – कोलकाता लॉ स्टूडेंट रेप केस:
तारीख (Date): 25 जून 2025
समय (Time): लगभग शाम 6:00 बजे से रात 10:50 बजे के बीच
वर्ष (Year): 2025
घटना का विवरण
24 वर्षीय प्रथम वर्ष की law छात्रा को 25 जून शाम को दक्षिण कोलकाता के एक law कॉलेज परिसर के भीतर, गार्ड रूम में जबरन बंधक बना कर तीन आरोपियों—एक पूर्व छात्र व दो वर्तमान छात्र—के द्वारा सामूहिक रूप से दुष्कर्म का शिकार बनाया गया। पीड़िता के अनुसार, उसे धमकी दी गई कि अगर उसने कुछ कहा तो उसके प्रेमी व परिवार को खतरा होगा। आरोपी ने हॉकी स्टिक से वार भी किया। घटना लगभग रात 10:50 तक चली
सबूत और जांच
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CCTV फुटेज: लगभग 7–7.5 घंटे का फुटेज मिला, जो पीड़िता के बयानों का समर्थन करता है ।
फोरेंसिक सर्वे: गार्ड रूम, वॉशरूम व स्टूडेंट यूनियन रूम से बालों के गुच्छे, अतिरिक्त द्रव, हॉकी स्टिक समेत कई साक्ष्य बरामद ।
मेडिकल रिपोर्ट: गर्दन व छाती पर गंभीर चोटें, यौन उत्पीड़न के स्पष्ट निशान; पीड़िता को शारीरिक व मानसिक चिकित्सा की सलाह दी गई
पुलिस प्रक्रिया: घटना स्थल का पुनर्निर्माण, पीड़िता का बयान दर्ज, तीन आरोपी अगले दिन और चौथा—गार्ड—28 जून को गिरफ्तार ।
गिरफ्तारी और जांच टीमगिरफ्तार:
- 1. मोनोजीत मिश्रा (31; पूर्व छात्र व TMC छात्र संघ से जुड़ा)
- 2. प्रमित मुखर्जी (20; वर्तमान छात्र)
- 3. जैब अहमद (19; वर्तमान छात्र)
- 4.पिनाकी बनर्जी (55; सुरक्षा गार्ड)
🏛️ संस्थागत–राजनीतिक प्रतिक्रिया
1766-0NCW: पहल में आगे आई; पुलिस को तीन दिनों में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए, पीड़िता तथा परिवार को चिकित्सा और कानूनी सहायता सुनिश्चित करने का आग्रह किया ।
2028-0हाईकोर्ट: एक वकील द्वारा CJI को पत्र लिखा गया; मामले का CBI-अधीन जांच व कोर्ट-निगरानी में लेने की मांग ।
2159-0राजनीतिक तनाव: BJP ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से माफी व इस्तीफे की मांग की, आरोप लगाया कि सभी आरोपी TMC के करीबी ।
पीड़िता ने पुलिस में स्पष्ट बयान दिया। West Bengal Women Commission की अध्यक्ष लीना गांगोपाध्याय ने उनसे पुलिस स्टेशन में मुलाकात की और सहायता का भरोसा दिलाया । डर और आघात के बावजूद उसने घटना की पूरी जानकारी उजागर की।
Third party source image
SIT द्वारा पूछताछ, फोरेंसिक जांच, डिजिटल साक्ष्यों की पड़ताल जारी है।2522-2न्यायिक हिरासत: सभी आरोपी पुलिस हिरासत में हैं और उन्हें 1 जुलाई तक पुलिस रिमांड पर भेजा गया ।प्रशासनिक सुधार: कॉलेज परिसर की सुरक्षा प्रणाली की समीक्षा प्रस्तावित है।
यह एक संगीन, योजनाबद्ध अपराध था जिसमें संस्थागत और राजनीतिक पक्ष भी संलिप्त होने का संदेह है। जांच में CCTV, फोरेंसिक और मेडिकल रिपोर्ट से घटना के आरोप पुष्ट होते हैं। NCW, हाईकोर्ट और भाजपा जैसी संस्थाएं उच्च न्याय व्यवस्था व जवाबदेही की मांग कर रही हैं। SIT की जांच से इस मामले में सख्त कार्रवाई व न्याय मिलना अपेक्षित है।
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