अमेरिका ने 12 देशों के नागरिकों पर नया यात्रा प्रतिबंध लागू कर दिया है। यह नियम 5 जून 2025 से शुरू हो चुका है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस प्रतिबंध को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जरूरी बताया है। इस कदम का उद्देश्य “विदेशी आतंकवादियों” और अन्य सुरक्षा खतरों से देश की रक्षा करना है।
किन देशों पर लागू है प्रतिबंध?
इस प्रतिबंध में शामिल देशों की सूची में यमन, सोमालिया, हैती, लीबिया, अफगानिस्तान, ईरान, और अन्य छह देश शामिल हैं। हालांकि, दोहरी नागरिकता वाले लोगों को कुछ छूट दी गई है। इसका मतलब है कि अगर किसी व्यक्ति के पास अमेरिका या किसी अन्य देश की नागरिकता भी है, तो वे इस प्रतिबंध से प्रभावित नहीं होंगे।
क्यों लगाया गया यह प्रतिबंध?
राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा, “हम उन देशों से खुली आवाजाही की अनुमति नहीं दे सकते, जहां हम लोगों की जांच और स्क्रीनिंग सुरक्षित रूप से नहीं कर सकते।” उन्होंने इसे देश की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया। व्हाइट हाउस के अनुसार, इन देशों से आने वाले लोगों की पृष्ठभूमि की जांच में कठिनाई होती है, जिससे सुरक्षा जोखिम बढ़ता है।
लोगों की प्रतिक्रिया
इस प्रतिबंध से प्रभावित देशों के लोग और आप्रवासी समुदायों ने निराशा और आश्चर्य व्यक्त किया है। कई लोगों का मानना है कि यह नियम उनके परिवारों को अलग कर सकता है और उनकी आजीविका पर असर डाल सकता है। कुछ संगठनों ने इस प्रतिबंध को मानवाधिकारों के खिलाफ बताया है और इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की बात कही है।
क्या होगा असर?
- यात्रा पर रोक: इन 12 देशों के नागरिक अब अमेरिका में प्रवेश नहीं कर पाएंगे, जब तक कि उनके पास विशेष छूट न हो।
- आप्रवास पर प्रभाव: यह प्रतिबंध अमेरिका में आप्रवास की प्रक्रिया को और सख्त कर सकता है।
- वैश्विक संबंध: इस कदम से प्रभावित देशों के साथ अमेरिका के रिश्तों पर असर पड़ सकता है।
आगे क्या?
अमेरिकी प्रशासन ने कहा है कि यह प्रतिबंध अगले आदेश तक लागू रहेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इस फैसले का असर वैश्विक स्तर पर देखा जा सकता है, खासकर व्यापार, पर्यटन, और कूटनीति पर। कुछ देशों ने इस प्रतिबंध की आलोचना की है और जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
इस खबर पर नजर रखने के लिए हमारी वेबसाइट पर बने रहें। अगर आपके कोई सवाल या विचार हैं, तो हमें कमेंट में बताएं।